डिजिटलीकरण की होड़ में स्कूली शिक्षा विभाग को एक नये आयाम तक पहुचाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एक नये हाईटेक पोर्टल का शुभारंम किया गयाा है जिसका नाम School Education Portal 3.0 (एजूकेशन पोर्टल 3.0) है। जिसके माध्यम से स्कूली शिक्षा विभाग पर पूरा कन्ट्रोल रखा जाएगा। School Education Portal 3.0 पर अतिथि शिक्षक, शिक्षक, बच्चों के ट्रेकिंग के संबंध में व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी एक क्लिक में प्राप्त की जाएगी और उस पर काम किया जाएगा।
School Education Portal 3.0 (एजूकेशन पोर्टल 3.0)
अतिथि शिक्षक प्रबंधन प्रणाली (GFMS Poratal 3.0) का एक नवीन संरचना प्रदान की गयी है जिसके माध्यम से अतिथि शिक्षक को नया स्थान प्रदान किया गया है जिसमें उसे किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होगी। इस पोर्टल पर बहुत सारे ऑप्सन प्रदान किए गए है जिसमें एक क्लिक में सभी शिक्षा विभाग से जुड़ी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। ederp.educationportal3.in पर अतिथि शिक्षक व बच्चों के संबंध में वास्तविक जानकारी प्राप्त की जा सकती है। School Education Portal 3.0 को 01 अप्रैल 2025 से नये सत्र पर प्रारंभ किया गया है।
School Education Portal 3.0 New Guest Teacher Joining
नवीन शिक्षा सत्र 2025-26 में पूर्व में कार्यरत अतिथि शिक्षकों को जॉयनिग दिए जाने के लिए अंतिम दिनांक 03/07/2025 निर्धारित की गयी है। ऐसे अतिथि शिक्षक जिन्होने सत्र 2024-25 में अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य किया है वह अपनी पूर्व कार्यरत शाला में दिनांक 03/07/2025 तक अनिवार्य से जॉईनिंग ले ले अन्यथा की स्थिति में उक्त रिक्त पद पर नए अतिथि शिक्षक नियुक्त कर दिया जाएगा।
School Me Atithi Shiksha pad Show Nahi (स्कूल में अतिथि शिक्षक रिक्त पद शो नहीं होने पर क्या करें?)
स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा सत्र 2025-26 के लिए अतिथि शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है। ऐसे अतिथि शिक्षक जिन्होने पूर्व के सत्र में विद्यालय में अध्यापन कार्य किया है किन्तु उक्त विद्यालय में विद्यालय में अतिथि शिक्षक का रिक्त पद प्रदर्शि नहीं हो रहा है तो वह शाला प्राध्यापक या संकुल प्रभारी से सपर्क कर रिक्त पद के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकता है। School Me Atithi Shiksha pad Show Nahi होने पर स्कूल में बच्चों की कुल सख्यां पर भी निर्भर करता है। अतिथि शिक्षक को यदि यह पहले ही ज्ञात हो रहा है कि स्कूल में बच्चों की संख्या कम है तो वह उस विद्यालय में बच्चों को नवीन प्रवेश दिलाकर अपना चयन करा सकता है।